Home बिहार के अखबारों में धनतेरस की खरीदारी बिहार में और रोड टैक्स देते हैं बंगाल को, बिहार सरकार के इस कानून का फायदा उठा रहे हैं बंगाल के लोग

धनतेरस की खरीदारी बिहार में और रोड टैक्स देते हैं बंगाल को, बिहार सरकार के इस कानून का फायदा उठा रहे हैं बंगाल के लोग

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धनतेरस की खरीदारी बिहार में और रोड टैक्स देते हैं बंगाल को, बिहार सरकार के इस कानून का फायदा उठा रहे हैं बंगाल के लोग

बिहार के किशनगंज जिले के व्यापारी इस धनतेरस पर बंगाल ग्राहकों के आवक से काफी खुश दिखे। जिले में वाहनों का कारोबार करने वाले व्यापारी पश्चिम बंगाल के ग्राहकों से काफी मुनाफा कमा रहे हैं। उधर, बंगाल के लोग भी बिहार से वाहन खरीदकर खुश दिख रहे हैं। क्योंकि, बिहार में रोड टैक्स काफी कम है। धनतेरस के मौके पर जिले में वाहनों की रिकॉर्ड बिक्री हुई। कुल मिलाकर मंदी झेल रहे किशनगंज जिले के व्यापारी धनतेरस पर राहत की सांस ले रहे हैं।

बंगाल के लोगों ने की खरीदारी
बिहार में बंगाल से रोड टैक्स कम है। बंगाल में वाहन पर एकमुश्त टैक्स पे करना पड़ता है। बिहार में ये टैक्स वाहन की कीमत के हिसाब से परसेंटेज में देना होता है। जिसकी वजह से बंगाल के ग्राहकों ने जिले में जमकर खरीदारी की। बंगाल निवासियों ने किशनगंज में आकर वाहन खरीदे। विभिन्न फाइनेंस कंपनियों के प्रतिनिधियों ने बिहार में वाहन खरीदना उनके लिए फायदेमंद बताया। वाहनों के विक्रेताओं ने बताया कि हीरो बाइक के 7 सब डीलर ने 450 बाइक बेचे। होंडा ने अपने सब डीलरों की मदद से 300 दुपहिया की बिक्री की ।वहीं बजाज ने 225 मोटरसाइकिल की बिक्री की। रॉयल एनफील्ड ने 28 बुलेट की बिक्री की।

बिहार और बंगाल के टैक्स में अंतर
बिहार में रुपये तक 1,00,000 वाहन की लागत का 8% रोड टैक्स देना होता है। रु.1,00,000 से ऊपर रु. 8,00,000 तक वाहन की लागत का 9% देना होता है। 8,00,000 और रु. 15,00,000 तक वाहन की लागत का 10% देना होता है।बंगाल में दोपहिया वाहनों के लिए कर की गणना इंजन क्षमता पर की जाती है। 80 सीसी. तक के वाहन के लिए रु. 1560 चुकाने होते हैं। जबकि 80 सीसी से ऊपर रु. 3125 चुकाना होता है। वहीं, 170 सीसी से ऊपर के लिए 4,685 रुपये चुकाने होते हैं। 250 सीसी से ऊपर के लिए 6, 250 रुपये चुकाने होते हैं। उस हिसाब से बिहार में बाइक खरीदने पर काफी कम टैक्स लगता है।

रिकॉर्ड बाइक की बिक्री
टीवीएस, यामाहा और इलेक्ट्रिक मॉडल की बिक्री को जोड़ दें तो जिले भर में धनतेरस पर लगभग 1300 दुपहिया वाहनों की बिक्री हुई। इसका सबसे बड़ा कारण बिहार में रोड टैक्स में कमी बताई जा रही है। बिहार सरकार का रोड टैक्स बंगाल से काफी कम है। यहां वाहन बंगाल के लोगों को अपने राज्य से सस्ता पड़ता है। बहादुरगंज हीरो शोरूम के एमडी संजय भगत ने बताया कि 1 रुपया डाउनपेमेंट स्कीम का भी हमे फायदा मिला है। पिछले वर्ष से ज्यादा इस वर्ष हमने बाइक बेची है। वहीं जेडी मोटर्स के मालिक अनिल केजरीवाल ने बताया कि 7 हजार तक की नकद छूट का फायदा हमें मिला। हमारा 400 बाइक बेचने का लक्ष्य था। जिसे हमने 450 बाइक बेचकर पूरा किया।

जिले में 80 करोड़ का कारोबार
धनतेरस के मौके पर जिले का कुल कारोबार 80 करोड़ रुपये का का रहा। जिले के ठाकुरगंज, बहादुरगंज, पौवाखाली आदि बाजारों में भी धनतेरस पर अच्छी बिक्री रही। सर्राफा बाजार में चांदी और चांदी के सिक्के, सोने के आभूषण आदि की जमकर खरीदारी हुई। तांबा,कांसा,पीतल,एल्युमिनियम और स्टील के बर्तनों की भी अच्छी बिक्री रही। होम एप्लायंसेज में एलईडी, फ्रिज,वाशिंग मशीन, आयरन और एयर कंडीशनर जमकर बिके। फर्नीचर में स्टील अलमारी, पलंग, सोफा,डायनिंग टेबल,ड्रेसिंग टेबल आदि लोगों ने खरीदा।

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