Home बिहार के अखबारों में धान के साथ गन्ना की खेती पर अतिरिक्त अनुदान देगी नीतीश सरकार | बढ़ता बिहार, उद्यम विहार

धान के साथ गन्ना की खेती पर अतिरिक्त अनुदान देगी नीतीश सरकार | बढ़ता बिहार, उद्यम विहार

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धान के साथ गन्ना की खेती पर अतिरिक्त अनुदान देगी नीतीश सरकार | बढ़ता बिहार, उद्यम विहार

बिहार के किसान गन्ने की खेती करने से कतरा रहे हैं। गन्ने की खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने अब धान के साथ ही साथ गन्ने की खेती करने वाले किसानों को भी अनुदान देगी।

राज्य में गन्ने की खेती से किसानों का मोहभंग होता जा रहा है। लिहाजा गन्ने की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार अब किसानों को धान के साथ गन्ने की खेती पर अतिरिक्त अनुदान देगी। पहल के पीछे कोशिश यह है कि धान के जरिए किसानों को गन्ने की खेती के लिए प्रेरित किया जाए। शर्त यह होगी कि किसानों को धान के साथ गन्ने की खेती करनी होगी। गन्ने का रकबा बढ़ाने के लिए यह पहल की जा रही है। गन्ना उद्योग विभाग ने चीनी मिलों के जरिए किसानों को प्रेरित करने का विस्तृत प्लान तैयार किया है। इसके तहत 50 प्रतिशत अनुदानित दर पर धान का बीज किसानों को मुहैया कराया जा रहा है। इसके साथ ही प्रति दस हजार पौधे पर किसानों को 15 हजार रुपये अनुदान देने के साथ ही और कई सहूलियत देने की तैयारी है।

गन्ना उद्योग मंत्री प्रमोद कुमार ने बताया कि गन्ने का उत्पादन बढ़ाने और किसानों की समृद्धि के साथ रोजगार सृजन के लिए यह प्रयास किया जा रहा है। इस पहल से चीनी मिलों को पर्याप्त गन्ना उपलब्ध कराने की  कोशिश है। वर्तमान में सबसे बड़ी दिक्कत आ रही है कि चीनी मिलों को पर्याप्त गन्ना नहीं मिल रहा है। इतना गन्ना उपलब्ध नहीं है कि चीनी मिलें तीन महीने भी चल पाएं। इसलिए हमारी पहली कोशिश गन्ने की उपज बढ़ाने की है। प्रयास जारी है। इसके लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि इतना गन्ने का उत्पादन हो सके, जिससे कम से कम तीन महीने तक चीनी मिलें चालू रहें। इस वर्ष 22 हजार हेक्टेयर में किसानों को गन्ना की खेती पर सब्सिडी दी गई है। उन्हें वैकल्पिक खेती (जैसे गर्मा धान एवं अन्य फसलों) के लिए भी मदद दी जा रही है। गन्ने की कीमत भी लगातार बढ़ाई गई है। पिछली बार पांच रुपये और इस बार 25 रुपये बढ़ाया गया है। सारा बकाया चुका दिया गया। बिहार में बहुत कम समय में साढ़े चार लाख केन एथनाल बनाकर बेचा गया है।

जल जमाव से बचाव की पहल

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के गन्ना किसानों के खेत से पानी निकालने व जल जमाव से बचाने के लिए डीएम को निर्देश दिए गए हैं। किसानों को सिंचाई के लिए सस्ती दर पर बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। गन्ना किसानों के लिए बीज पर 50 लाख रुपये के विशेष विशेष पैकेज का भी इंतजाम किया गया है।

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