बिहार की राजधानी पटना (Patna) में सोमवार से नौवें इन्टरप्रेन्योरशिप समिट की शुरुआत हुई. सोमवार को यहां के ज्ञान भवन में राज्य के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन (Shahnawaz Hussain) और भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने नौवें बिहार इंटरप्रेन्योरशिप समिट (Bihar Entrepreneurship Summit) का शुभारंभ किया. इस अवसर पर शाहनवाज हुसैन ने कहा कि पूरे देश में स्टार्टअप (Startup) को मजबूती प्रदान करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. बिहार में भी स्टार्टअप का बेहतरीन इको-सिस्टम बनाने के लिए हम (सरकार) निरंतर प्रयत्नशील हैं. वो दिन दूर नहीं जब बिहार (Bihar) स्टार्टअप का हब बनेगा. उन्होंने कहा कि बिहार के होनहार युवा जो बैंगलोर, हैदराबाद, मुंबई या देश के अन्य हिस्सों में मौजूद स्टार्टअप हब (Startup Hub) को अपनी काबिलियत से चला रहे हैं, वो अपनी जन्मभूमि को ही कर्मभूमि बनाएंगे.
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि हमारी कोशिश है कि बिहार स्टार्टअप के क्षेत्र में काफी आगे जाए. बिहार में स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए बिहार स्टार्टअप पॉलिसी 2017 क्रियान्वित है और इसके तहत होनहार युवा उद्यमियों की मदद की जा रही है. उन्होंने कहा कि बिहार स्टार्टअप नीति के तहत 185 स्टार्टअप को लगभग 10 करोड़ रुपये की सहायता राशि उपलब्ध कराई गई है. साथ ही चंद्रगुप्त इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट और दूसरे संस्थानों को इन्क्यूबेशन लैब के लिए लगभग डेढ़ करोड़ की राशि जारी की गई है. हाल ही में हमने आईआईटी पटना के साथ आइडिएशन लैब के लिए करार किया है.
स्टार्टअप या एमएमएमई (MSME) को आसानी से सस्ता ऋण उपलब्ध हो उसके लिए हमने सिडबी (SIDBI) के साथ करार किया है. उन्होंने कहा कि बिहार में हर तरफ उद्योग का माहौल हो, इसके लिए हम कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं.