बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने 67वीं PT के लिए पहले 20 और 22 सितंबर का दिन तय किया था। लेकिन विरोध-प्रदर्शन के बाद अब यह परीक्षा 21 सितंबर को ली जाएगी। 21 तारीख को लेकर अभ्यर्थियों में काफी असमंजस की स्थिति है। वजह कि इसके आस-पास ही UPSC मेंस की परीक्षा भी होनी है।
UPSC मेंस की परीक्षा 16, 17, 18, 24 और 25 सितंबर को ली जानी है। यानी 18 और 24 सितंबर को होनेवाली यूपीएससी मेंस की परीक्षा के बीच 21 सितंबर को BPSC 67वीं PT ली जाएगी। इससे बड़ी संख्या में उन अभ्यर्थियों को दिक्कत होगी, जो दोनों ही परीक्षाओं में बैठनेवाले हैं।
आम तौर पर UPSC के अभ्यर्थी BPSC सहित अन्य राज्यों की PCS की परीक्षाएं देते हैं। इस बार BPSC में सीटें भी ज्यादा है। SDM की सीटें भी हैं। 21 सितंबर को PT ली गई तो काफी अभ्यर्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
दोनों परीक्षाओं के सेंटरों पर आने-जाने में बड़ी परेशानी
दिल्ली या अन्य राज्यों में UPSC मेंस परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों को बिहार में आकर BPSC PT देना होगा। यह जरूरी नहीं कि UPSC मेंस की परीक्षा दे रहे सभी अभ्यर्थियों का सेंटर बिहार में पटना ही पड़ेगा। चूंकि इस बार BPSC PT में अभ्यर्थियों की संख्या 6 लाख से ज्यादा है, इसलिए उनका सेंटर बिहार के किसी सुदूर क्षेत्र में भी पड़ सकता है। ऐसे में अभ्यर्थियों को आने-जाने में तो परेशानी होगी ही, थकान भी होगी। ठीक से रिवीजन भी नहीं कर पाएंगे।
बिहार सरकार UPSC पास करने वाले बिहारी महिलाओं, SC-ST और EBC छात्र-छात्राओं को मेंस की तैयारी के लिए एक लाख रुपए देती है। सवाल है कि जब सरकार UPSC के बिहारी अभ्यर्थियों को इतना प्रोत्साहन देती है, तो फिर उनसे जुड़ी मेंस और BPSC PT की तिथि का ध्यान रखना ही चाहिए। बिहार सरकार BPSC PT पास करनेवाले अभ्यर्थियों को 50 हजार रुपए मेंस की तैयारी के लिए भी देती है।
UPSC के बाद लें BPSC PT
छात्र हित देखते हुए BPSC PT को UPSC मेंस के बाद लिया जाए तो बहुत अच्छा होगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं को परेशानी झेलनी पड़ेगी।