ऊर्जा मंत्री ने कहा कि वर्ष 2000 में गांव में विद्युतीकरण को बढ़ावा तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दिया था। बिहार सहित देश के सभी घरों में बिजली पहुंच गई। बिहार में 2005 के अंत से बिजली क्षेत्र में बदलाव का कार्य शुरू हुआ। 700 मेगावाट बिजली रेलवे और नेपाल को देनी पड़ती थी। उस समय न बिजली थी न सड़क था।
बिजली महोत्सव के ग्रैंड फिनाले लाइव समारोह में पटना के ऊर्जा आडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि बिजली क्षेत्र में बिहार द्वारा किए जा रहे कार्यो को सभी राज्य अपना रहे हैं। स्मार्ट प्री-पेड मीटर बिहार ने अपनाया। अब देश के सभी राज्य अपनाने जा रहे हैं। स्मार्ट प्री-पेड मीटर में बिहार दुनिया का अकेला राज्य होगा, जहां सभी उपभोक्ताओं के यहां यह मीटर लगने जा रहा है।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि वर्ष 2000 में गांव में विद्युतीकरण को बढ़ावा तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दिया था। बिहार सहित देश के सभी घरों में बिजली पहुंच गई। बिहार में 2005 के अंत से बिजली क्षेत्र में बदलाव का कार्य शुरू हुआ। 700 मेगावाट बिजली रेलवे और नेपाल को देनी पड़ती थी। उस समय न बिजली थी न सड़क था। 17 वर्षो में बिहार बदल गया है। शुरूआती दौर में पावर ग्रिड, एनएचपीसी, विद्युत बोर्ड ने जिला स्तर पर ग्रामीण विद्युतीकरण कराया। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की बात से सहमत हैं कि बिजली के बिना भविष्य अंधकारमय हो जाएगा। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव की दूरगामी सोंच के कारण बड़े पैमाने पर बदलाव आया। वर्तमान में शहरी क्षेत्र में 24 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में साढ़े 22 घंटे बिजली मिल रही है। अब खेत-खेत में बिजली पहुंचायी जा रही है। एप से घर बैठे बिजली कनेक्शन और सभी तरह की शिकायतें दर्ज हो रही है। अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में बिहार आगे बढ़ने लगा है। अब 24 घंटे गुणवत्ता के साथ बिजली आपूर्ति की तैयारी है।