कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रहे शशि थरूर के बिहार दौरे के दौरान प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेताओं ने उनसे दूरी बनाई और सदाकत आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में नहीं पहुंचे. शशि थरूर पटना आए तो 594 में केवल 10 डेलीगेट्स ही उनके स्वागत और कार्यक्रम में दिखे. बता दें, थरूर के पटना आने की सूचना गुरुवार को ही आ गई थी. थरूर को शुक्रवार चार बजे पटना पहुंचना था. साढ़े चार बजे प्रेस से मिलने के बाद उनका डेलीगेट्स से वोट अपील का कार्यक्रम था. इस कार्यक्रम की जानकारी प्रदेश के बड़े नेताओं को मिल गई थी. शुक्रवार को तय कार्यक्रम के अनुसार शशि थरूर शाम 4:15 बजे पटना एयरपोर्ट पहुंचे. यहां स्वागत नहीं के बराबर हुआ. सिर्फ कुछ नेताओ और कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट पर थरूर का स्वागत किया.
इसके बाद थरूर सदाकत आश्रम पहुंचे. यहां भी माहौल उदासीन रहा. थरूर के स्वागत में कोई बड़ा नेता नहीं था. शशि थरूर से जब इस बाबत सवाल किया गया तब उन्होंने उसे टालने की कोशिश की और कहा कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि नेता ऐसा क्यों कह रहा है कर रहे हैं. शायद बड़े नेता बदलाव नहीं चाहते हो. पहले की तरह चली आ रही परंपरा का अनुसरण करने में दिलचस्पी रखते हो.
बिहार कांग्रेस नेताओं के ऐसे रवैये से सामने आया थरूर दर्द
बता दें, शशि थरूर प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के रवैये को लेकर एक दिन पहले ही अपनी पीड़ा सार्वजनिक कर चुके थे. शुक्रवार को बिहार की राजधानी पटना के ऐतिहासिक सदाकत आश्रम में फिर उनका कड़वी सच्चाई से सामना हुआ. दरअसल बिहार कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का शशि थरूर के चुनाव प्रचार कार्यक्रम में नहीं पहुंचना कहीं न कहीं बिहार में उनके बहिष्कार की तस्वीर सामने लाता प्रतीत होता है. स्वागत में पार्टी का कोई बड़ा नेता मौजूद नहीं था. उनके समर्थकों ने आरोप लगाया कि बड़े नेताओं के मोबाइल फोन उनके पटना पहुंचते ही स्वीच आफ से लेकर आउट आफ रेंज हो गए.
मल्लिकार्जुन खड़गे के स्वागत के लिए खूब हुआ था इंतजाम
सबसे बड़ी बात यह है कि आज के पहले जब 11 अक्टूबर को जब मल्लिकार्जुन खड़गे जब पटना आए थे, तब यही सदाकत आश्रम कांग्रेस नेताओं से खचाखच भरा हुआ था. मंच से लेकर नीचे तक बिहार कांग्रेस के अव्वल नेता मौजूद थे. सड़को पर कांग्रेस के भावी अध्यक्ष के स्वागत वाले बैनर पोस्टर भरे पड़े थे. खड़गे के लिए वोट मांगने एक दिन पहले ही वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी पटना पहुंच चुके थे. मंच पर और नीचे पार्टी कद्दावर नेता भी मौजूद थे. वहीं शशि थरूर जब आए तो गेट पर सिर्फ एक बैनर दिखा. खड़गे के साथ तमाम विधायक, पार्टी के बड़े लीडर के लिए एक बड़े होटल से खाने के पैकेट मंगाए गए थे.