बिहार पुलिस को जल्द ही 10 हजार से अधिक नए सिपाही और दारोगा मिलेंगे। पुलिस मुख्यालय ने सभी क्षेत्रीय पदाधिकारियों को दारोगा और सिपाहियों की नियुक्ति प्रक्रिया अविलंब पूरा करने का निर्देश दिया है। इसके लिए प्रशिक्षण प्राप्त दारोगा व सिपाहियों का एक सप्ताह के अंदर चरित्र सत्यापन और मेडिकल जांच कर रिपोर्ट मांगी गई है। नए स्टाफ की उपलब्धता से बिहार पुलिस की कार्यक्षमता बढ़ेगी।
अगले महीने तक योगदान करने की उम्मीद
उम्मीद है कि अगले माह तक 8415 सिपाही और करीब 2213 दारोगा व सार्जेंट जिला पुलिस बल में योगदान कर देंगे। बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग द्वारा वर्ष 2020 में दारोगा के 1998 और सार्जेंट के 215 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था।
आठ हजार से अधिक सिपाहियों का प्रशिक्षण पूरा
प्रारंभिक और मुख्य लिखित परीक्षा के बाद शारीरिक दक्षता परीक्षा के आधार पर इस वर्ष जुलाई में अंतिम रूप से चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति हेतु अनुशंसा की गई थी। इसी तरह आठ हजार से अधिक सिपाहियों को भी प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
नए सिपाही और दारोगा को जल्द मिलेगा नियुक्ति पत्र
पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों के अनुसार, चरित्र सत्यापन और मेडिकल जांच पूरी होने के तुरंत बाद नए सिपाही व दारोगा को नियुक्ति पत्र बांटने की तारीख घोषित की जाएगी। इन पुलिसकर्मियों व पदाधिकारियों को विशेष तौर पर विधि-व्यवस्था के कार्य में लगाया जाएगा।
दारोगा को दो बार मिलेगा सेवाकालीन प्रशिक्षण
नए दारोगा की नियुक्ति के साथ ही पुलिस मुख्यालय ने पहले से कार्यरत दारोगा यानी पुलिस अवर निरीक्षक स्तर के पुलिस पदाधिकारियों को सेवाकालीन प्रशिक्षण देने को भी कहा है। सभी पुलिस अवर निरीक्षक को सात से दस वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण होने पर सेवाकालीन प्रशिक्षण-एक तथा 14-18 वर्ष की सेवा अवधि पूरी होने पर सेवाकालीन प्रशिक्षण-दो प्राप्त करना होगा। शीघ्र ही प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।