कोसी और बागमती खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वैसे शुक्रवार की रिपोर्ट के अनुसार कोसी और बागमती दोनों की ट्रेंड यहां घटने की रही है। लेकिन बागमती के नेपाल स्थित जलग्रहण क्षेत्र में मूसलाधार वर्षा हुई है। जिसका असर दो से तीन दिनों में खगड़िया में दिखेगा। खगड़िया में बीपी मंडल सेतु के आसपास बागमती नदी कोसी से संगम करती है। इसलिए कोसी भी बढ़ेगी। बागमती के नेपाल स्थित जलग्रहण क्षेत्र सिमरा में 103 मिलीमीटर वर्षा हुई है। काठमांडू में 55 मिलीमीटर और नागरकोट में 62.40 मिलीमीटर वर्षा हुई है।
कोसी खतरे के निशान से 0.15 सेंटीमीटर ऊपर
खगडिय़ा के बलतारा में कोसी खतरे के निशान से 0.15 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। यहां टेंडेंसी घटने की बताई गई है। शुक्रवार को कोसी का डिस्चार्ज बराह क्षेत्र में सुबह 10 बजे एक लाख एक हजार 750 क्यूसेक दर्ज किया गया है। वीरपुर बराज के पास डिस्चार्ज एक लाख 53 हजार 460 क्यूसेक रहा। दोनों जगह टेंडेंसी राइङ्क्षजग बताई गई है।
- नेपाल में जमकर वर्षा मेघ, बढ़ेगा खगड़िया में पानी
- नेपाल स्थित बागमती नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में हुई है मूसलाधार वर्षा
- 103 मिलीमीटर वर्षा सिमरा में हुई है
- नागरकोट में 62.40 मिलीमीटर वर्षा हुई है
- खगड़िया में होता है कोसी-बागमती का संगम
बागमती खतरे के निशान से 0.12 सेंटीमीटर है ऊपर
खगड़िया के संतोष स्लूस गेट के पास शुक्रवार को बागमती खतरे के निशान से 0.12 सेंटीमीटर ऊपर थी। हालांकि यहां टेंडेंसी घटने की बताई गई है। गुरुवार की सुबह संतोष स्लूस गेट के पास बागमती का जलस्तर 35.74 मीटर था। शाम में बढ़कर 35.81 मीटर हो गया था। शुक्रवार की सुबह जलस्तर 35.75 मीटर दर्ज किया गया। इस तरह से 12 घंटे में जलस्तर में छह सेमी की कमी आई है। मालूम हो कि जुलाई में बागमती का अधिकतम जलस्तर संतोष स्लूस गेट के पास 36.36 मीटर रहा है। चार जुलाई को बागमती संतोष स्लूस गेट के पास खतरे के निशान से 73 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी। इधर विभागीय उडऩ दस्ता टीम ने केबी तटबंध के 31 किलोमीटर के सामने मोहनपुर मुसहरी स्थल का बीते गुरुवार को निरीक्षण किया। यहां पर पूर्व में किए गए शोल कटिंग(नदी से बालू की ढेर को हटाना) कार्य का जायजा लिया।
बारुण और गांधीनगर का अधिकारियों ने लिया जायजा
शुक्रवार को बाढ़ नियंत्रण अंचल, खगडिय़ा के अधीक्षण अभियंता अख्तर जमील, फ्लड फाइटिंग फोर्स के अध्यक्ष मोद नारायण चौधरी और बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-दो, खगडिय़ा के कार्यपालक अभियंता गणेश प्रसाद सिंह ने कोसी के बारुण और गांधीनगर स्थल का जायजा लिया। अधिकारियों ने नाव पर सवार होकर कोसी नदी का अवलोकन किया। बांध-तटबंधों को सुरक्षित बताया गया है।