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बिहार में SDM (बिहार प्रशासनिक सेवा) के वेतन, पदोन्नति एवं अन्य सुविधाएं

BPSC, संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के अंतर्गत बहुत से पदों पर बहाली करती है। उसमें से एक पद है एसडीएम। SDM बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी होते हैं। मुख्यतः जो उम्मीदवार मेरिट में अच्छे अंक प्राप्त करते हैं उन्हें ही SDM का पद मिल पाता है। इस पद को एसडीओ या उप-समाहर्ता भी कहते हैं।

इस लेख में हम देखेंगे कि एसडीएम का पद आकर्षण का केंद्र क्यों है, एसडीएम का वेतनमान कितना है, उसे कौन-कौन सी सुविधाएं मिलती है और एक एसडीएम को पदोन्नति के कौन-कौन से अवसर मिलते हैं।

SDM का पद आकर्षण का केंद्र क्यों है?

प्रशासनिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण पद है। जो काम जिला में एक आईएएस अधिकारी जिला अधिकारी के रूप में करता है, वही काम एक अनुमंडल में एसडीएम का होता है। इसी कारण पद की सामाजिक मान प्रतिष्ठा काफी बढ़ जाती है। इन अधिकारियों को समाज में उचित सम्मान मिलता है और वे एक प्रतिष्ठित जीवन का आनंद लेते हैं।

बिहार प्रशासनिक सेवा का पद एक बेहतरीन पद है क्योंकि इसके द्वारा आम लोगों के लिए कार्य करने का मौका मिलता है। सरकार जो योजना बनाती है उसको लागू करवाने का मौका मिलता है। SDM का पद जिम्मेदारी से भरा होता है। इस पद में कोई निश्चित कार्य समय नहीं होता है क्योंकि अधिकारी को हर समय ड्यूटी के लिए तैयार रहना पड़ता है। उन्हें अपने क्षेत्र में प्रशासन के मामलों की देखभाल एवं निर्णय करना पड़ता है।

आईएएस बनने के बाद उन्हें भारत के किसी भी कोने में तैनात किया जा सकता है लेकिन एसडीएम बनने के बाद बिहार में ही तैनात किया जाता है और यह उन लोगों के लिए अच्छा है जो अपने घर, अपने परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ रहना चाहते हैं।

SDM की तनख्वाह और अन्य सुविधाएं

बिहार प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारियों को आकर्षक वेतनमान मिलता है और इसके साथ ही बहुत से सुख सुविधाओं की भी प्राप्ति होती है। एक बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी को पे बैंड 9300-34800 में ग्रेड पे 5400 के साथ वेतन मिलता है।

SDM वेतन के साथ अन्य लाभ भी प्राप्त करता है। इनमें निम्नलिखित लाभ शामिल हैं:

  • एक आधिकारिक वाहन
  • स्वयं और कर्मचारियों के लिए निवास
  • सुरक्षा गार्ड, रसोइया और माली
  • टेलीफोन कनेक्शन, जिसका बिल सरकार द्वारा भुगतान किया जाता है
  • बिजली बिल का भुगतान सरकार द्वारा
  • राज्य भर में आधिकारिक यात्राओं के दौरान उच्च श्रेणी आवास की सुविधा
  • उच्च अध्ययन के लिए अवकाश की सुविधा
  • पेंशन

SDM की पदोन्नति

राज्य सरकार द्वारा बनाए गए नियमों के अनुसार, आयोग के अध्यक्ष की अध्यक्षता में विभागीय संवर्धन समिति के माध्यम से BPSC द्वारा भर्ती अधिकारियों को पदोन्नति दी जाती है।

बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को पदोन्नति के भी व्यापक मौके मिलते हैं। अगर कोई आईएएस बनना चाहता है, उसकी तैयारी करता है लेकिन किसी कारणवश हुआ आईएएस नहीं बन सका और वह बिहार प्रशासनिक अधिकारी बन गए हो तब उनकी आईएएस बनने का सपना साकार हो सकता है क्योंकि बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को 10-12 साल के सेवा के बाद आईएएस में पदोन्नति दी जाती है।

सेवा के 8-9 साल पूरे होने के बाद BPSC अधिकारियों की पदोन्नति पर विचार करता है और आम तौर पर एक या अधिक से अधिक दो पदोन्नति के बाद अधिकारी सेवानिवृत्त हो जाते हैं। हालांकि, UPSC की तुलना में BPSC में पदोन्नति धीमी है, फिर भी BPSC अपने अधिकारियों को पदोन्नति देती है। बिहार प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठता का पदानुक्रम निम्नलिखित है:

Sub-Divisional Officer (SDO) / SDM → Additional Collector (ADC) → Deputy Development Commissioner (DDC) → Deputy Commissioner → Under Secretary → Deputy Secretary → Joint Secretary → Additional Secretary → Special Secretary → Secretary

इसीलिए अगर आप बिहार प्रशासनिक सेवा में जाना चाहते हैं तो जी जान से इसके तैयारी में आज से ही लग जाइए। सब कुछ न्योछावर कर इसकी तैयारी करें क्योंकि यह एक गौरवशाली पद है।

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