बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस अधिनियम BSAP के गठन का आज एक साल पूरा हो गया. इस मौके पर आज पटना BMP 5 समेत सभी BMP में परेड का आयोजन किया गया. परेड का निरीक्षण BMP के DIG मनोज कुमार ने किया. इस दौरान इन्होंने कहा कि BSAP ने बीते एक वर्ष में कई उपलब्धि हासिल की है, जिसके तहत महाबोधि मंदिर और दरभंगा एयरपोर्ट की सुरक्षा प्रमुख है. मनोज कुमार के मुताबिक आने वाले दिनों में BSAP की जिम्मेवारी और बढ़ेगी. BSAP अपने दायित्वों का निर्वहन जिस तरह से बीते एक वर्ष के दौरान बेहतरीन तरीके से करती आ रही है वैसे आगे भी करती रहेगी.
आपको बता दें कि साल 2021 में बीएमपी बिहार मिलिट्री पुलिस से बदलकर बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस का गठन किया गया था. गुरुवार को स्थापना दिवस के अवसर पर पुलिसकर्मियों के बच्चों के द्वारा खास प्रस्तुति दी गई जिसमें उन्होंने शपथ ली कि न ही कभी दहेज लेंगे और ना ही शराब का सेवन करेंगे. आपको बता दें कि बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 को विधानसभा में पेश किया गया था. तब विधानसभा में काफी बवाल हुआ था. इस विधेयक का उद्देश्य राज्य के विकास एवं व्यापक हित में वर्तमान में कार्यरत बीएमपी को समर्पित कुशल प्रशिक्षित पूर्णत: सुसज्जित और बहुज्ञान क्षेत्रीय सशस्त्र पुलिस बल के रूप में विकसित करना है.
यह विधेयक किसी नए पुलिस बिल के गठन का प्रस्ताव नहीं करता है बल्कि पिछले 129 सालों से कार्यरत बिहार सैन्य पुलिस BMP को विशेष सशस्त्र पुलिस बल के रूप में पुनर्नामांकित करते हुए उसे सुदृढ़ बनाने की कोशिश है. आपको बता दें कि तीन राज्य और नेपाल के साथ बिहार के जुड़े होने के कारण बिहार में एक सशस्त्र पुलिस बल की जरूरत महसूस की जा रही थी.
बंगाल, ओडिशा और यूपी के बाद बिहार ने भी इस विधेयक को लाया. इससे राज्य की आंतरिक सुरक्षा मजबूत होगी और केंद्रीय पुलिस बल पर निर्भरता कम होगी. साल 2ौ010 में केंद्रीय बल की 23 कंपनियां थी अभी यह 45 हो चुकी है इससे राज्य को अधिक पैसे खर्च करने पड़ रहे थे BMP के बदले नया सशस्त्र बल बनने से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा.