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मार्च में ही लू जैसे हालात, आपदा प्रबंधन विभाग ने जारी किया अलर्ट

मौसम में बदलाव का असर स्‍पष्‍ट रूप से दिखने लगा है. बिहार में मार्च के महीने में ही मई-जून जैसी गर्मी महसूस की जाने लगी है. मौसम के तल्‍ख तेवर के चलते मार्च में ही लू जैसे हालात उत्‍पन्‍न हो गए हैं. लगातार बढ़ते तापमान और भीषण गर्मी को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने अलर्ट (Disaster Management Alert) जारी किया है. आपदा प्रबंधन विभाग ने विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है. खासकर अस्‍पतालों को अलर्ट रहने को कहा गया है, ताकि किसी भी तरह की परिस्थिति से निपटा जा सके. आपदा प्रबंधन विभाग ने स्‍कूलों को सुबह की पाली में संचालित करने और निर्धारित समय से पहले ही गर्मी छुट्टी (School Summer Vacation) देने की अपील की है, ताकि बच्‍चों को भीषण गर्मी से बचाया जा सके. बिहार में बुधवार को औसतन न्‍यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. वहीं, अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.

मार्च में ही बढ़ती गर्मी को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग को अलर्ट जारी करना पड़ा है. प्रदेश के सभी विभागों से अपने-अपने स्‍तर पर तैयारी रखने की अपील की गई है. आपदा प्रबंधन विभाग ने स्‍वास्‍थ्‍य, शिक्षा, पीएचईडी, पशुपालन, ग्रामीण विकास विभाग समेत अन्‍य डिपार्टमेंट को अलर्ट रहने की सलाह दी है. आपदा प्रबंधन विभाग ने जिलों को अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि वे अपने-अपने स्तर से संभावित भीषण गर्मी और लू से निपटने की तैयारी कर लें. खासकर पेयजल संकट से निपटने के लिए संबंधित विभागों को आवश्यक कार्रवाई करने को कहा गया है. हीट वेब एक्शन प्लान के तहत संबंधित कार्यालय और निकायों को लू से बचाव (सनस्ट्रोक) के लिए निर्देश जारी करने को भी कहा गया है. इसके साथ ही लू से बचने को लेकर भी आमलोगों को जागरूक करने को कहा गया है.

अग्निशमन निदेशालय को भी किया अलर्ट
आपदा प्रबंधन विभाग ने अग्निशमन निदेशायल को भी अलर्ट पर रहने की सलाह दी है. बता दें कि गर्मी के मौसम में बिहार में आग लगने की घटनाओं में वृद्धि हो जाती है, ऐसे में फायर ब्रिगेड विभाग की भूमिका काफी अहम हो जाती है. आपदा प्रबंधन सचिव संजय कुमार अग्रवाल की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है. इस मौसम में राज्‍य में लू चलती है. इससे जनजीवन प्रभावित होता है. विशेषकर छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं के साथ ही काम के लिए घर से बाहर जाने वाले दिहाड़ी मजदूरों को अधिक समस्या होती है.

पेयजल संकट
इसके अलावा गर्मी के मौसम में पेयजल संकट उत्पन्न हो जाता है. इसलिए लू की पूर्व चेतावनी आम जनता को समाचार माध्यमों से दी जाए. लू के मौसम में लोगों को घरों से बाहर न निकलने को लेकर जागरूक किया जाए. अग्निशमन निदेशालय को कहा गया है कि गर्मी में अगलगी की घटना में वृद्धि हो सकती है, इसलिए समय रहते दमकल के इंतजाम कर लिए जाएं. विभाग ने सभी डीएम से कहा है कि जिलास्तर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन करें.

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