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काबर झील रामसर साइटों की सूची में शामिल

बेगूसराय की कांवर झील को देश का 39वां ‘रामसर साइट’ घोषित किया गया है। यह बिहार का पहला ‘रामसर साइट’ है।

बिहार के बेगूसराय जिले में मीठे पानी की झील कावर झील को रामसर साइटों की सूची में शामिल होने का गौरव मिला है. 16.11 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले इस झील को 1989 में पक्षी विहार का दर्जा दिया गया था, जहां जाड़े में काफी रंग-बिरंगे साइबेरियन प्रवासी पक्षी आते हैं. इससे बिहार को अपना पहला रामसर साइट मिल गया है। बेगूसराय में काबरटाल, अंतर्राष्ट्रीय महत्व का वेटलैंड बन गया है। यह प्रवासी पक्षियों और जैव विविधता की आबादी के लिए मध्य एशियाई फ्लाईवे का एक महत्वपूर्ण वेटलैंड है। इसके साथ अब भारत में 41 रामसर साइट हैं। 

विदित हो कि 2 फरवरी 1971 में ईरान के कैस्पियन सागर के तट पर स्थित शहर रामसर में रामसर आर्द्रभूमि समझौते पर हस्ताक्षर हुआ था. यह अंतरराष्ट्रीय समझौता जल पक्षी आवास के रूप में आर्द्रभूमि संरक्षण से संबंधित स्थल को एक अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाता है.

कांवर झील की खासियत यह है कि यह अभयारण्य पूरे देश के पूर्वोत्तर भाग की सबसे बड़ी झील है। रामसर साइटों की सूची में शामिल होने से कावर झील पक्षी बिहार के सम्वर्द्धन की आश फिर एक बार जगी है.

काबर झील के बारे में

काबर झील अथवा कावर झील जिसे स्थानीय रूप से काबर ताल, कनवार ताल या कावर ताल भी कहते हैं, भारतीय राज्य बिहार के बेगूसराय जिले में मीठे पानी की एक उथली झील है। इसका पानी इतना अच्छा होता था कि दूरदराज इलाके के लाखों लोग पानी पीने आते थे। यह झील जिला मुख्यालय बेगूसराय से तकरीबन 22 किलोमीटर उत्तर में और बिहार के राजधानी नगर पटना से 100 किलोमीटर पूरब में स्थित है। इस झील और आसपास की नमभूमि (वेटलैंड) को पक्षी विहार का दर्जा प्राप्त है। बिहार सरकार के वन विभाग के आँकड़ों के मुताबिक़ इसे पक्षी विहार का दर्जा 1989 में दिया गया और यह कुल 63.11 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर विस्तार लिए हुए है। यहाँ जाड़ों में काफी प्रवासी पक्षी आते हैं जिनमें विदेशी पक्षी भी शामिल हैं, हालाँकि, हाल के समय में यह झील पानी की कमी से जूझ रही है और सरकारी योजनाओं के पारित होने के बावज़ूद उपेक्षा के चलते संकटपूर्ण स्थिति में है। झील पर निर्भर स्थानीय मछुआरे (मल्लाह) भी इसके कारण संकट झेल रहे हैं।

कभी यहां लाखों की संख्या में प्रवासी पक्षी आते थे। अब अतिक्रमण हो जाने से झील में पानी कम आ पा रहा है। इससे झील की हालत खराब होती जा रही है। झील में पक्षियों का शिकार होने से भी पक्षी कम आ रहे हैं।

रामसर सम्मेलन के बारे में

  • रामसर सम्मेलन नम भूमि के संरक्षण के लिए विश्व स्तरीय प्रयास है।
  • सबसे पुराने अंत:सरकारी समझौते में से एक है, जिसके सदस्य देशों ने नम भूमि क्षेत्रों के पारिस्थितिक तंत्र को संरक्षित करने के उद्देश्य से अंतरराष्ट्रीय महत्व को देखते हुए हस्ताक्षर किए हैं।
  • इसे 2 फरवरी 1971 को साइन किया गया था।
  • रामसर सूची का उद्देश्य अपने पारिस्थितिक तंत्र और प्रक्रियाओं के घटकों को बनाए रखते हुए आर्द्रभूमि के नेटवर्क को विकसित करना और उन्हें बनाए रखना है।
  • रामसर साइटों के रूप में घोषित आर्द्रभूमि सम्मेलन के सख्त दिशानिर्देशों के तहत संरक्षित हैं

भारत के 41 रामसर स्थल (वेटलैंड्स)

  1. कोलेरु झील (आंध्र प्रदेश)
  2. गहरा बील (असम)
  3. नालसरोवर पक्षी अभयारण्य (गुजरात)
  4. चंदेरटल वेटलैंड (हिमाचल प्रदेश)
  5. पौंग बांध झील (हिमाचल प्रदेश)
  6. रेणुका वेटलैंड (हिमाचल प्रदेश)
  7. होकेरा वेटलैंड (जम्मू और कश्मीर)
  8. सूरिंसार-मानसर झीलें (जम्मू-कश्मीर)
  9. त्सो-मोरीरी (लद्धाख)
  10. वुलर झील (जम्मू-कश्मीर)
  11. अष्टमुडी वेटलैंड (केरल)
  12. सस्थमकोट्टा झील (केरल)
  13. वेम्बनाड-कोल वेटलैंड( केरल)
  14. भोज वेटलैंड, भोपाल, ( मध्य प्रदेश)
  15. लोकतक झील ( मणिपुर)
  16. भितरकनिका मैंग्रोव (ओडिशा)
  17. चिलिका झील (ओडिशा)
  18. हरिके झील (पंजाब)
  19. कंजली झील (पंजाब)
  20. रोपड़ (पंजाब)
  21. सांभर झील (राजस्थान)
  22. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान( राजस्थान)
  23. प्वाइंट कैलिमेरे वन्यजीव और पक्षी अभयारण्य (तमिलनाडु)
  24. रुद्रसागर झील (त्रिपुरा)
  25. ऊपरी गंगा नदी ,ब्रजघाट से नरौरा खिंचाव (उत्तर प्रदेश)
  26. पूर्व कलकत्ता वेटलैंड्स (पश्चिम बंगाल)
  27. सुंदर वन डेल्टा (पश्चिम बंगाल)

वर्ष 2020 में शामिल किए गए 14 क्षेत्र

  1. नंदूर मधमेश्वर ,नासिक (महाराष्ट्र)
  2. केशोपुर मिआनी कम्युनिटी रिजर्व ( पंजाब)
  3. व्यास संरक्षण रिजर्व (पंजाब)
  4. नांगल वन्यजीव अभयारण्य,रूपनगर ( पंजाब)
  5. साण्डी पक्षी अभयारण्य ,हरदोई ( उत्तर प्रदेश)
  6. समसपुर पक्षी अभयारण्य,रायबरेली (उत्तर प्रदेश)
  7. नवाबगंज पक्षी अभयारण्य, उन्नाव (उत्तर प्रदेश)
  8. समन पक्षी अभयारण्य ,मैनपुरी (उत्तर प्रदेश)
  9. पार्वती अरगा पक्षी अभयारण्य , गोंडा (उत्तर प्रदेश)
  10. सरसई नावर झील , इटावा (उत्तर प्रदेश)
  11. आसान रिजर्व
  12. काबर ताल (बिहार)
  13. लोनार झील (महारष्ट्र)
  14. सुर सरोबर (आगरा)
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