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पश्चिम की ओर प्रवाहित होने वाली भारतीय नदियाँ

पश्चिम की ओर प्रवाहित होने वाली प्रायद्वीपीय भारत की नदियां, पूर्व में प्रवाहित नदियों की अपेक्षा छोटी है तथा यह रिफ्ट घाटी से होकर प्रवाहित होती है. जिसका प्रमुख कारण हिमालय निर्माण के समय उतरी प्रायद्वीपीय भाग झुक जाना है. पश्चिम की ओर प्रवाहित मुख्य नदियां नर्मदा, ताप्ती (तापी), साबरमती, माही तथा लूनी हैं.

पश्चिम की ओर बहने वाली नदियों के नाम याद रखने का TRICK

NAMASTE LONDON याद रखिये

Na— नर्मदा
Ma— माही
S— साबरमती
Te— ताप्ती
London— लूनी

इन की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं –

  • ये अन्य नदियों की तरह औपचारिक घाटियों से नहीं प्रवाहित होती हैं बल्कि यह रिफ्ट घाटीओं से और मुख्य रूप से विंध्य तथा सतपुड़ा पहाड़ियों के मध्य से बहती हैं. इसका मुख्य कारण उत्तरी प्रायद्वीपीय भाग का हिमालय निर्माण के समय झुका होना है.
  • अरब सागर की ओर बहने के क्रम में यह अपेक्षाकृत छोटे अपवाह तंत्र का निर्माण कर पाती हैं क्योंकि ये लगभग समुंद्र पास से लुप्त हो जाती है और पश्चिमी घाट इन के लिए विभाजक का कार्य करता है.
  • यह नदियां किसी डेल्टा का निर्माण नहीं करती हैं सिर्फ एस्चुअरी बनाती हैं.
  • डेल्टा ना बनाने का प्रमुख कारण है कि ये नदियाँ कठोर चट्टानों के मध्य से होकर बहती है जिससे यह अपने साथ गाद एवं मलवा नहीं ले जाती है.
  • इसके अलावा यह सततवाहिनी नहीं अपितु मौसमी नदियां है.

पश्चिम की ओर प्रवाहित होने वाली भारतीय नदियों के महत्व

  • विधुत उत्पादन में सहायक – जैसे इंदिरा सागर पावर प्रोजेक्ट, सरदार सरोवर परियोजना, ओकारेश्वर पावर प्लांट आदि
  • सतत ऊर्जा स्रोत – जैसे पश्चिमी घाट प्रोजेक्ट, ईदुक्की प्रोजेक्ट आदि
  • आर्थिक महत्व – इनमें अनेक नदी बेसिन कृषि कार्य में अत्यंत महत्वपूर्ण है जैसे नर्मदा
  • व्यापार एवं वाणिज्य – अहमदाबाद जैसा औद्योगिक शहर साबरमती नदी के तट पर बसा है जहां अनेक प्रकार के उद्योग स्थापित किए गए हैं
  • जैव विविधता में – दांडेली टाइगर रिजर्व, गिर अभयारण्य आदि

यद्यपि पश्चिम की ओर प्रवाहित होने वाली नदियां अपेक्षाकृत छोटी और कम लंबाई की है फिर भी यह पश्चिमी राज्यों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है ठीक है

विगत वर्षों में इस टॉपिक से पूछे गए प्रश्न

  1. पश्चिम की ओर प्रवाहित होने वाली भारतीय नदियों की प्रमुख विशेषता क्या है? इनका क्या महत्व है?
  2. भारत की पश्चिम दिशा की ओर बहने वाली प्रमुख नदियाँ कौन सी हैं?
    • नर्मदा, ताप्ती (तापी), साबरमती तथा माही
  3. पूर्व की ओर बहने वाली नदियों तथा पश्चिम की ओर बहने वाली नदियों में मुख्य गुणात्मक भिन्नता क्या है?
    • पश्चिम की ओर बहने वाली नदियाँ पूर्व में बहने वाली नदियों की भांति वृहद डेल्टाओं (Deltas) का निर्माण नहीं करती हैं (इसका मुख्य कारण यह है कि पश्चिम की ओर बहने वाली नदियाँ अपेक्षाकृत अधिक ऊँचे-नीचे रास्तों, भ्रंश घाटी तथा पथरीले संकरीले रास्तों से गुजरती हैं जिसके चलते इनकी गति अधिक होती है तथा यह अपने साथ कम पदार्थ बहा कर ले जाती हैं)
  4. पश्चिम की ओर बहने वाली अधिकांश नदियाँ किस सागरीय क्षेत्र में जाकर समाप्त होती हैं?
    • अरब सागर – Arabian Sea
  5. पश्चिम दिशा में बहने वाली भारतीय नदियों में सबसे लम्बी कौन सी है?
    • नर्मदा नदी – Narmada (लगभग 1300 कि.मी. की लम्बाई के साथ यह भारतीय उप-महाद्वीप की पाँचवीं सबसे लम्बी नदी है)
  6. नर्मदा नदी का उद्गम स्थल कौन सा है?
    • अमरकंटक (Amarkantak) स्थित नर्मदा कुण्ड (यह स्थान मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित मैकाल पर्वतमाला (Maikal Hills) में स्थित है)
  7. नर्मदा नदी भारत के कुल कितने राज्यों से होकर गुजरती है?
    • चार (छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात)
  8. नर्मदा नदी पर स्थित दो प्रमुख जल-प्रपात कौन से हैं?
    • धुआँधार जलप्रपात और भेढ़ाघाट (दोनों मध्य प्रदेश में स्थित)
  9. नर्मदा नदी का एक बड़ा हिस्सा किस प्रकार की घाटी से होकर गुजरता है?
    • वी-आकार की घाटी (V-shaped Valley)
  10. नर्मदा नदी के उत्तर में कौन सा प्रमुख पठार अवस्थित है?
    • मालवा का पठार (Malwa Plateau)
  11. नर्मदा नदी पर किस विशाल बाँध का निर्माण किया गया है?
    • सरदार सरोवर बाँध
  12. नर्मदा नदी गुजरात राज्य की किस खाड़ी के रास्ते अरब सागर में मिल जाती है?
    • खम्बात की खाड़ी (Bay of Cambay)
  13. नर्मदा नदी के तट पर बसे दो प्रमुख तीर्थ-नगर कौन से हैं?
    • ओंकारेश्वर और महेश्वर (दोनों मध्य प्रदेश)
  14. नर्मदा नदी पर बसे प्रमुख नगर कौन से हैं?
    • जबलपुर, होशंगाबाद और देवास (तीनों मध्य प्रदेश में) तथा भरूच (गुजरात)
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