बिहार लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम – अरबी भाषा और साहित्य (वैकल्पिक विषय)
खण्ड- I (Section – I)
1.
(क) अरबी भाषा का उद्भव और विकास (रूप रेखा)
(ख) अरबी भाषा व्याकरण, अंलकार-शास्त्र तथा छन्द शास्त्र की प्रमुख विशेषताएँ
2. साहित्य का इतिहास और साहित्य समालोचना, साहित्यिक आंदोलन, प्राचीन साहित्य की पृष्ठभूमि, सामाजिक सांस्कृतिक प्रभाव और आधुनिक गतिविधियाँ; नाटक, उपन्यास, कहानी, निबन्ध सहित आधुनिक साहित्यिक विधाओं का उद्भव और विकास।
3. अरबी में लघु निबन्ध।
खण्ड- II (Section – II)
इस प्रश्न पत्र में निर्धारित पाठ्य पुस्तकों का मूल अध्ययन अपेक्षित होगा और इसमें उम्मीदवारों की आलोचनात्मक योग्यता को जाँचने वाले प्रश्न पूछे जायेंगे।
कविः
(1) इमारूल केस, उनका माउल्लाकह ‘‘क्फिा नवकी मीम जिक्र रूविबित का मंजिली’’ (सम्पूर्ण)
(2) मोहर दिन अर्थो सुलमाः उनका माउल्लाकह एमिन आफा दिनमासुन लाम तकालआमी (सम्पूर्ण)
(3) हसनबिन बाबीत, उनके दौरान में से निम्नलिखित पाँच कसीदे; कसीदा 01 से 04 ‘‘लिल्लही दारू इसाबशिन नादम तुहम योमन बिजलिल्का’’
(4) उमरबिन जमी रबियाः उसके दीवान से 05 गजलें।
- फलम्मा तीबकाफना या सलामतु उकाल बुरूदहम् जहाइल हुस्नु अनातांत्रक (सम्पूर्ण)
- लेता हिन्दान अंजाजात या तेदु बा शफत अन्फुसोन ताजिदु (सम्पूर्ण)
- कताबतू इलाइकी भिन बालदी किताब बूतल्सहिन फमादी (सम्पूर्ण)
- अमीन आउली नूमिन अंत ग्रादीन फाम्बुकिफ गादता गादीन अमराइहन फामुहज्जरू (सम्पूर्ण)
- कोलाबी फीहा आतीकुन मकालन फाजरन।
(5) फरजाक उनके दीवान से ये 04 कसीदाः-
- जैनुल आबिदीन अली बिन हुसैन की प्रशंसा में ‘‘हाजूल नाजो तीरोफुल बताउ बताता हूँ।’’
- उमर बिन ए अजीब की प्रशंसा में ‘‘भारत सकीनतू अतालाहन अनवा बिहीमा’’।
- सईद बिन अलास की प्रशंसा में ‘‘बा कृमिन तनामुल अधियाफ आयनाम’’ (सम्पूर्ण)
- ‘‘मेडिबे’’ की प्रशंसा में ‘‘बा अतलास अल्लालिनबा मकाना साहिबान
(6) बशर बिन मूद्रः- उसके दीवान से निम्नलिखित दो कसीदाः
- इजा बलगार रयुल मशवराता फरूताइनन-विराई नसीहीन आन नसीहते हाजिद्र (सम्पूर्ण)।
- खैलेया मिन काबिन आयना अक्कुमा-अल्ला दराही इनाल करीम मुइनू (सम्पूर्ण)।
(7) अब नवासः उनके दीवान के पहले तीन कसीदे।
(8) शोंकी उनके दीवान ‘‘अल शौरियल’’ से निम्नलिखित पाँच कसीदेः-
- ‘‘गावा बोलाउम’’ (सम्पूर्ण)।
- ‘‘कनीसमत सारत इल्लाह मस्जिदी’’ (सम्पूर्ण)।
- ‘‘उशलू हवाकी लिमान धालुमु फायाजरू’’ (सम्पूर्ण)।
- सलमुन मिन सब्बा वरदा अराक्क (नकवातु दिमाश्मा) (सम्पूर्ण)।
- ‘‘सलामून नील या गांधी-वा हजाज जहरू मिन इनदी (सम्पूर्ण)।
लेखक:
(1) इबनुल मुक्फ मुकदमा को छोड़कर ‘‘फिलियाला वा दिमामे’’ अध्यायः 01 (सम्पूर्ण) ‘‘अल-प्रसाद या अलयोस।’’
(2) अल जाहिलः अल-बायान बातब्बीन VII, संपादकः अब्दुल सलाम मोहम्मद हारून कैरो मिस्त्र (पृव्म् 31 से 85 तक)।
(3) इबन खालदुम- उनका मुकाबला 39- पहली अध्याय से भाग छह अल् फसलुल संदिस मिन अल् छिताबिल अवाल में ‘‘वा मिन फुरुई अल जबरू वल मुकाबला’’ तक
(4) महमूद तिमल उनकी पुस्तक ‘‘कालर राबी से कहानी’’ अम्नीमुतब्ला’’
(5) तरैफिक अल हकीम- उनकी पुस्तक; मशरीयातू, तोफिक्ल हकास से नाटक- सिन्नल मुनताहिरा
नोटः- उम्मीदवारों को कम-से-कम 25 प्रतिशत अंक वाले प्रश्नों के उत्तर अरबी में भी देने होंगे।