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वकील कैसे बनें?

वकील बनने के लिए हमें LLB की पढ़ाई पूरी करनी पडती है. LLB की फुल फॉर्म होती है- Bachelor of Low. आज के इस लेख में हम आपको बताने जा रहे है की वकील बनने के लिए क्या करें?.

वकील बनने के लिए क्या आवश्यक है?

अगर आप वकील बनना चाहते है तो वकील बनने के लिए क्या आवश्यक है वो हम आपको बताने जा रहें है-

आपकी पढाई- वकील बनने के लिए आपकी पढाई 12 तक की पूरी होनी चाहिए, आपने आपकी पढाई किस सब्जेक्ट से की है इसका इस पर कोई फर्क नही पड़ता, आप किस भी सब्जेक्ट में पढ़े हो आप वकील की पढाई कर सकते हो. पढाई करने के बाद आपको वकील की प्रैक्टिस करनी पडती है.

इंटर्नशिप- आपको अपने कोर्स में किताबी नॉलेज के अलावा प्रैक्टिकल अनुभव भी होना चाहिए और इसमें इंटर्नशिप बहुत जरूरी है. इसके लिए आपको पढ़ाई पूरी करने के बाद आपको इंटर्नशिप करनी पडती है, जिसमें आपको सिखाया जाता है कि दो वकील कैसे वकालत करते है, किस तरह कोर्ट में बोला जाता है. किस पक्ष के लिए आपको वकील बनना है इसके लिए आपको इंटर्नशिप करना जरूरी है.

स्टेट बार के लिए काउंसिल के लिए Enroll करें – एक बार जब आप अपना कोर्स खत्म कर लेते हैं तब आपको किसी भी राज्य बार काउंसिल में खुद को रजिस्टर करना होगा और उसके बाद ऑल इंडिया बार एग्जामिनेशन (एआईबीई) देना होगा, इसके बाद आपको प्रैक्टिस का सर्टिफिकेट मिलता है, इसके बाद आपकी पढाई पूरी हो जाती है.

वकील का कोर्स कितने साल का होता है

वकील का कोर्स दो प्रकार का होता है एक 3 साल के लिए और एक 5 साल के लिए होता है. 3 साल का कोर्स हम तब कर सकते है जब आप ग्रेजुएशन कर लेंगे. इसके बाद ही हम वकील का कोर्स 3 साल का कर सकते है. और दूसरा 5 साल का कोर्स तब किया जाता है जब हम हमारे स्कूल की पढाई होते ही यानी 12 वी पास करते ही वकील का कोर्स करना चाहते है. वकील का कोर्स करने के लिए हमारे 12 वी में नम्बर अच्छे होने चाहियें.

वकील बनने के लिए कोर्स की अवधि –

  • बीए एलएलबी की अवधि पाँच साल होती है.
  • बीकॉम एलएलबी की  अवधि पांच साल  होती है.
  • बीएससी एलएलबी की अवधि पांच साल होती है.
  • एलएलबी की अवधि तीन साल होती है.
  • एलएलएम की अवधि दो साल होती है.

वकील बनने के लिए बेस्ट यूनिवर्सिटी

भारत में 18 University है जहाँ से पर आप वकील की पढ़ाई कर सकते है. इनमें से टॉप 5 के नाम है-

  1. National Law School of India University, Bangalore
  2. National Law University, New Delhi
  3. NALSAR University of Law, Hyderabad
  4. Rajiv Gandhi School of Intellectual Property Law, Indian Institute of Technology, Kharagpur
  5. National Law University, Jodhpur

वकील दो प्रकार के होते है

प्राइवेट वकील या अधिवक्ता

प्राइवेट अधिवक्ता वो होता है जो सरकार के लिए काम नहीं करता है लेकिन या तो  खुद प्रैक्टिस करता हैं या आप किसी भी तरह का केस लड़ सकते है जिसमें आपका मन हो, इसमें आपको सरकार द्वारा कोई अन्य राशि नही दी जाएंगी. जब आप अपने हिसाब से केश लेंगे तो आप बड़ी फीस भी कमाएंगे और साथ ही आपकी सैलरी भी बहुत ज़्यादा होगी। इसमें आप अपने क्लाइंट से कितनी भी राशि लें सकते है इसमें सरकार का कोई बेनिफिट नही होगा.

सरकारी वकील

सरकारी वकील एक गवर्नमेंट कर्मचारी होता है और इसलिए वो गवर्नमेंट के पेरोल पर होता है। इस जॉब का सबसे बड़ा बेनिफिट यह है कि आपके पास जॉब सिक्योरिटी होती है और आपको वो सारे फायदे मिलते हैं जो बाकी सरकारी कर्मचारियों को मिलते हैं। इसमें वकील किसी भी तरह की अन्य राशि नही लें सकता.

सरकारी वकील बनने के लिए आपके पास क्या-क्या योग्यता होनी चाहिए

  • वह भारत का नागरिक होना चाहिए.
  • उसकी आयु कम-कम से 18 वर्ष से उपर होनी चाहिये.
  • वह दिवालियाँ नहीं होना चाहियें.
  • आपको कम-से कम 7 साल तक किसी कोर्ट में काम किया हुआ होना चाहियें.
  • याददास्त तेज होनी चाहियें.
  • धैर्यवान व्यक्ति होना चाहिय.
  • बोलने में परफेक्ट वकील होना चाहिए.
  • वकील में योग्यता होनी चाहिए की उसका माइंड हमेशा Active होना चाहिए.

वकील की फीस कितनी होती है

वकील की फीस अलग-अलग जगह अलग-अलग होती है. जो निम्न प्रकार से है-

जूनियर एडवोकेट की फीस 300 रुपए से लेकर 25 लाख तक की हो सकती है. इनमें राम जेठमलानी सबसे बड़े वकील थे जो प्रतिदिन 10 से 20 लाख रूपये कमा लेते थे.

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